Reflections विचार विमर्ष

علما کی اصل ذمہ داری

سید منظور الحسن اللہ تعالیٰ نے علما پر جو ذمہ داری عائد کی ہے، وہ اس کے سوا کچھ نہیں ہے کہ وہ لوگوں کو’’انذار‘‘ کریں ، یعنی آخرت کے عذاب سے خبردار کریں۔ ارشاد فرمایا: ’’اور سب مسلمانوں کے لیے تو یہ ممکن نہ تھا کہ وہ اِس کام کے لیے نکل کھڑے ہوتے،لیکن…

ग़लतफहमियां पवित्र कुरआन

कुरआन में पाठभेद

एक धारणा यह भी है कि कुरआन में पाठभेद (Variant Readings) हैं। यानी कुरआन की एक ही आयत के अलग-अलग संस्करण मौजूद हैं। यह भिन्नता सिर्फ उच्चारण (तलफ्फुज़) में ही नहीं बल्कि शब्दों में भी हो सकती है, उदाहरण के तौर पर कहीं कोई शब्द घट-बढ़ जाना, एकवचन या बहुवचन[1] का फर्क हो जाना या…

ग़लतफहमियां पवित्र कुरआन

क्या कुरआन में कोई समन्वय (नज़्म) नहीं है ?

  आम तौर पर यह माना जाता रहा है कि कुरआन में कोई समन्वय नहीं है और इसकी आयात अव्यवस्थित तरीके (बेतरतीबी) से जमा कर दी गयी हैं। हमीदउद्दीन फराही की “मज्मुआह तफसीर”[1], अमीन अहसन इस्लाही के “तदब्बुर-ए-कुरआन”[2] और जावेद अहमद ग़ामिदी की व्याख्या (तफसीर) “अल-बयान” ने इस गलतफ़हमी को दूर करने का काम किया…

ग़लतफहमियां राजनीतिक मुद्दे विचार विमर्ष

इस्लाम और राष्ट्रीयता (क़ौमियत)

जावेद अहमद ग़ामिदी, मकामात अनुवाद: जुनैद मंसूरी रंग, नस्ल, भाषा, सांस्कृतिक परम्पराओं और क्षेत्र के आधार पर एक राष्ट्र (क़ौम) होने की भावना इन्सान के स्वभाव में पायी जाती है। सारे इन्सान एक ही मनुष्य की संतान हैं लेकिन अपने रिश्तेदारों से जो निकटता महसूस होती है वह दूसरे इंसानों से महसूस नहीं होती। यही मामला…

ग़लतफहमियां विचार विमर्ष

ईसा (स.व) की वापसी के बारे में…

मुसलमानों में आम तौर पर माना जाता है कि जब दुनिया का अंत करीब होगा तो ईसा (स.व), जिनको दुनिया से ज़िन्दा उठा लिया गया था, वापस आयेंगे और उनका यह दूसरी बार आना असल में कयामत की एक निशानी होगा। इस मुद्दे का विश्लेषण (तजज़िया) करते हुए ग़ामिदी साहब लिखते हैं: [1] जहाँ तक उन…

Qur'an पवित्र कुरआन

पवित्र कुरआन का एक अनोखा अनुवाद 

सहरी से पहले क़ुरआन मजीद खोला। सूराह अल् बक़रा सामने थी। संसार का परवरदिगार यहूदियों और ईसाइयों पर प्रमाण स्थापित (हुज्जत कायम) कर रहा है। इसी के साथ ही इब्राहीम की नस्ल की दूसरी शाख़ा यानी बनी-इस्माईल (इस्माइल की औलाद) में से एक “मुसलमान-उम्मत” की नींव रखने का भी ऐलान हो रहा है। इसमें यहूद के गुनाहों का ज़िक्र है और में…